पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जब भी संयुक्त राष्ट्र में जाते हैं तो यह पहले से ही अनुमानित रहता है कि वे कश्मीर का मुद्दा उठाएंगे.
हालांकि इस बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद ख़क़ान अब्बासी की स्पीच बहुत ज़्यादा ही आक्रामक थी. इसका कारण यह है कि पाकिस्तान पर बहुत ज़्यादा दबाव पड़ रहा है. उन पर संयुक्त राष्ट्र का दबाव भी है.
इन दबावों के चलते ही पाकिस्तान ने आक्रामक रवैया अपनाया है. वो कहते हैं ना ‘ऑफ़ेंस इज़ बेस्ट डिफ़ेंस’. लिहाज़ा पाकिस्तान ने शब्दों से ही आक्रमण किया है, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के भाषण में यही आक्रामता झलकी.
भारत ने कश्मीर में पिछले कुछ हफ़्तों में जो कार्रवाई की है, वहां बहुत से चरमपंथियों को मार गिराया है और वहां के हालात को नियंत्रित किया है, इससे पाकिस्तान काफ़ी हद तक घबराया हुआ है.