रिखणीखाल के ग्राम जुई में बन रहे मालू व कंदार के पत्तल दोने यूनिट से लोगों को मिल रहा है रोज़गार का साधन… दीपक कैन्तुरा(सोशल विकास) एक कहावत बडी प्रचलित है जैसी चहा वैसी राह बन जाती है एसा कुछ कर दिखाया है जुई गाँव में देवेश आदमी ने देवेश ने एक नई … Continue reading