उत्तराखंड में सामरिक महत्व की चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर बृहस्पतिवार को भारतीय वायु सेना ने अपने दो मल्टीपरपज विमानों का सफल ट्रायल किया. आपको बता दें कि भारत-चीन सीमा से सटी चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ ही आपदा के हालात में राहत बचाव अभियान चलाने के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है।
भारतीय वायु सेना लगातार इस हवाई पट्टी पर अपने विमानों व हेलीकॉप्टरों की ट्रायल लैंडिंग व टेक ऑफ का अभ्यास करती रहती है। इसी क्रम में बृहस्पतिवार को वायु सेना ने अपने 20 सीटर डॉर्नियर डीओ-228 और 52 सीटर ईआरजे मल्टीपरपज विमानों का सफल ट्रायल किया।
उड़ान के लिए मुफीद साबित हुई हवाई पट्टी
इससे पहले दिल्ली के पालम एयर बेस से वायु सेना के अधिकारियों का दल हेलीकॉप्टर से चिन्यालीसौड़ पहुंचा, जहां उन्होंने हवाई पट्टी और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया।विंग कमांडर शुभम के नेतृत्व वाली टीम दो अलग-अलग मॉडल के मल्टीपरपज विमानों के साथ हवाई पट्टी पर उतरी।
इस दौरान अधिकारियों ने हवाई पट्टी की लंबाई -चौड़ाई और अन्य व्यवस्थाओं को हवाई जहाजों की उड़ान के लिए लाभकारी पाया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश भी दिए। ट्रायल के दौरान यूपी निर्माण निगम के इंजीनियर घनश्याम सिंह, डॉ. विनोद कुकरेती सहित पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।