देवभूमी के लाल रावत मास्टर शैफ प्रतियोगिता में जज बनकर देश का गौरव बढाया।

मलेशिया मास्टर शैफ प्रतियोगिता में जज बने रावत।

दीपक कैन्तुरा सोशल विकास-

जबलपुर- भारतीय व्यजनों का स्वाद उनकी महक हर देश में मशहूर है।और इसका श्रेय निसंदेह हमारे देश के उन शैफ को जाता है जिन्होने हमारी पाक कला से हर देश को रूबरू कराया।आम पारंपारिक खानो के आलावा अन्य देशो के भोजन में भारतीय तड़के के साथ बेहतर प्रयोग किये जिसने विश्व में विशिष्ठ छाप छोडी़ और हमारे देश के खाने को अंतरराष्टीय स्तर पर पहचान मिली वह हमारे पाक कला के महारथी शैफ कि बदौलत ।

ऐसे ही एक शैफ हमारी संस्कारधानी जबलपुर के नर्मदा जैक्शन होटेल्स् में चीफ शैफ के रूप में अपनी सेवाये दे रहे है।उनका नाम है एन. एस रावत जो ना सिर्फ भारतीय बल्कि हर देश के खाने को कुशलता के साथ प्रस्तुत करने में महारत रखते है।उनके बनाये खाने कि तारीफ स्थानीय स्तर पर ही नही वरन् देश के कई शहरो ,महानगरो के साथ विदेशो में भी मशहुर हो चुकी है।और आज वे उस मुकाम पर जा पहुंचे है कि वो किसी सेलेब्रिटी के समकक्ष है।मुख्य शैफ के रूप में कार्यरत  रावत कि पाक कला से प्रभावित प्रशंसको की संख्या देश -विदेश में इस कदर प्रचरित है के वे विदेशो के विभिन्न दैशो में आयोजित होने वाली मास्टर शैफ काम्टीशन श्रृखंला में जज कि भूमिका का बाखुबी निर्वाहन कर रहे है।इसी क्रम में  रावत 16सितम्बर को मलेशिया में आयोजित मास्टर शैफ,फूड काम्टीशन में जज के रूप में शामिल हुये।

ज्ञातव्य हो के इस काम्टीशन में पूरे विश्व के अलग- अलग देशो से मात्र 12 जजेस् इस प्रतियोगिता के लिये आमंत्रित किये गये थे।जिसमें नर्मदा जैक्शन के चीफ शैफ एन. एस .रावत भारतीय शैफ का प्रतिनिधित्व करते हुये
मास्टर शैफ काम्टीशन के विजयी प्रतिभागियो का चयन करने में महत्वपुर्ण निर्णय लिये।
गौरतलब है के मास्टर शैफ के नाम से दुनिया के विभिन्न दैशो में इस मशहूर शो काम्टीशन का आयोजन किया जाता है।जिसमे सभी देशो के चुनिंदा बेहतरीन शैफ जज के रूप में आमंत्रित किये जाते है।यह हमारे शहर के लिये गर्व एवं गरिमापुर्ण है के जबलपुर कर्मभुमि के शैफ एन एस रावत निर्णययो के रूप में मलेशिया मास्टर शैफ काम्टीशन में शामिल हुये।
रावत का जीवन संघर्ष 17वर्ष कि उम्र से ही शुरू हो गया घर परिवार की जिम्मेदारियो को संहर्ष स्वीकार कर कर्म पथ पर बढे़ और उत्तराखंड का यह जवान मुबंई और अन्य महानगरो में संघर्ष करते हुये सेलिब्रिटी शैफ संजीव कपूर व पंकज विद्रोही के साथ काम करते हुये ,पाक कला में दक्षता हासिल की,और आज वो मुकाम हासिल किया।


रावत इसका श्रेय परिवार कि शुभकामनायेंऔर उनके आर्शीवाद के साथ कडे़ परिश्रम एवं होटेल्स नर्मदा जैक्शन के संचालक श्री अमित जसूजा के प्रोत्साहन को मानते है जिसकी वजह से वह मास्टर शैफ जैसे काम्टीशन में जजेस् कि भूमिका का बेहतर ढंग से निर्वहन कर पाते है।

 

जानिए विश्व प्रसिद्ध शेफ रावत के बारे में

न पूछो मंजिल कहाँ है अभी सफर का इरादा किया है

                   न हारुगा हौसला उम्र भर किसी से नही खुद से वादा किया है ।

·         5 वर्ष विश्वप्रसिद्ध शेफ संजीव कपूर के यलो चीली में सेवा दी ।

·         वर्ड मास्टर शेफ का 2017 का गोल्ड मेड़ल स्कोटलैंड

·         अक्षय कुमार, राजपाल यादव के पंसीदा शेफ हैं एन, एस रावत।

यह पंक्तियाँ सटीक बैठती है वर्ड मास्टर शेफ का खिताब हासिल कर चूके

दीपक कैन्तुरा सोशल विकास-

टिहरी  जनपद के हिरवाल गाँव निवासी नत्थे सिंह रावत पर । वैसे उत्तराखण्ड़ीयों ने अपनी प्रतिभा का लोहा हर क्षेत्र में मनवाया है वैसे यदि होटल लाईन की बात की जाय तो शायद दुनिया का कोई ही देश होगा जहाँ उत्तराखण्डी  एन एस रावत जैसे वर्ड मास्टर शेफों ने यह साबित कर दिया का देवभूमि के लालों का डंका पुरी दुनिया में बजरहा है एसा उदाहरण दिया रावत ने वह बताते हैं की उन्होंने अपने करियर की शुरुआत महिने की 300 रुपये की नोकरी देहरादून से की थी बचपन में छोटी से उम्र से वह घर से भाग गये थे उन्होंने नोकरी के साथ प्रावेट से हाईस्कूल व इंटर की परिक्षा पास की उसके ततपश्यात 1 साल का होटल मैनेजमेंट का  डिप्लोमा भी हासिल किया ।

जब नत्थे सिंह रावत मात्र 17 वर्ष के थे तो उनके सर से उनके पिता का साया उठ गया  7 भायों बहिनों में नत्थे सिंह सबसे बडे भाई थे पिता के देहांत के बाद घर का सारा बोझ उनके सर पर आगया पर उन्होने हिम्मत नहीं हारी और समस्याओं के पहाड़ को लांघकर अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए कठोर मेहनत की और धीरे – धीरे रावत की मेहनत सफलता में बदल गयी है वह बताते हैं की असली करियर की शुरुआत मैने बड़ोदा से की और उसके बाद उन्होने पिछे मुड़कर नही देखा और उसी का परिणाम है की उन्होने विश्व प्रसिद्ध पाक कला के शेफ संजीव कपूर के साथ उन्होंने 5 साल उन्के पंच सितारा रेस्तरा में   काम किया जहाँ उन्के खाने व प्रजनटेशन की संजीव कपूर ने जमकर सहराना की इसके अलावा एन एस रावत ने कई नामी पंच सितारा होटलों में जैसे लीला, चिड़ होटल इंडियन , रिलायंस मार्ट मुम्बई , पेट लौन रिटेल इंडिया , बिगबजार   सेवा देकर ब्यजननों के जायका के साथ- साथ अपनी एक अलग पहचान बनाई हैं आज एन एस रावत का नाम होटल लाईन में बड़े सम्मान व आधार के साथ लिया जाता है इतनी मेहनत व लगन का परिणाम है की उनको गत वर्ष 2017-18 में अंतराष्टीय मास्टर शेफ में गोल्ड मेडल  मास्टर शेफ के अवार्ड से नवाजा गया जो उत्तराखण्ड के साथ देश के लिए गौरव की बात है इतना ही नहीं रावत का नाम गोल्डन बुक में भी अपना नाम दर्ज करवाया है ।

रावत वर्तमान में नर्मदा जेकशन में इजूकेटिव शेफ के पद पर शुशोभित है हम तो यहीं कहेगे उत्तराखण्ड का सितारा चमक रहा है दुनिया के पंच सितारा होटलों में ।

 

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