35सदस्यों का दल क्यों गया बदरीनाथ ?

 

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास से 35 सदस्यीय साहसिक पर्यटक दल को बद्रीनाथ के लिए हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। प्रदेश में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रवाना की गई इस टीम में 04 महिलाएं भी शामिल हैं। 15 बाइक एवं 05 कारों से रवाना हुए इस दल में गुजरात, दिल्ली, कर्नाटक, हरियाणा, चण्डीगढ़ एवं तमिलनाडू के साहसिक पर्यटक हैं, जो बद्रीनाथ एवं उसके आस पास के बर्फीले क्षेत्रों में बाइक एव कारों से भ्रमण करेंगे। 05 दिवसीय भ्रमण पर गया यह दल 10 जनवरी 2018 को वापस देहरादून लौटेगा।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने और नौजवानों को पर्यटन के लिए आकर्षित करने के लिए Where eagles dare grup badrinath को रवाना किया गया है। उन्होंने कहा कि जब भी शीतकालीन खेलों की बात आती है तो लोगों का ध्यान सबसे पहले उत्तराखण्ड पर जाता है। उत्तराखण्ड शांति, सुरक्षा एवं प्राकृतिक सौन्दर्य की दृष्टि से भारत के सर्वश्रेष्ठ स्थानों में है। उन्होंने कहा कि औली में इस माह आयोजित होने वाले फेडरेशन आॅफ इण्टरनेशनल स्कीइंग रेस के लिए तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि इस रेस के आयोजन के लिए औली का मौसम अनुकूल रहेगा। उन्होंने कहा कि पर्यटन की उत्तराखण्ड में अपार संभावनाएं हैं। राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एडवेंचर टूरिज्म, होम स्टे को विकसित करने पर राज्य सरकार विशेष बल दे रही है। 13 डिस्ट्रिक्ट 13 न्यू डेस्टिनेशन, टिहरी झील व आस पास के क्षेत्रों को साहसिक पर्यटक हब के रूप में विकसित किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि उत्तराखण्ड में पिछले वर्ष 23 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यटकों का आकर्षित करने के लिए संस्कृति ग्राम व गामीण पर्यटन की सरकार की योजनाएं कारगर साबित हो सकती हैं।
इस अवसर पर अपर सचिव आशीष श्रीवास्तव एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी धीरेन्द्र पंवार भी उपस्थित थे।

 

 

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