पूर्व अपर सचिव के घर हो रहा था बाल-श्रम-देखिए पूरी खबर
देहरादून में 12 साल की बच्ची से बाल श्रम कराया जा रहा था.जानकारी मिलने पर बाल आयोग ने घर में छापामारी करी. निरीक्षण में पता चला कि घर के मालिक अपर सचिव रह चूके है.क्या है जानिए पूरा मामला
12 साल की खुशबू,धारचुला की रहने वाली है.. माँ का साया बचपन में उठ गया लेकिन सौतेली माँ ने कभी प्यार नहीं दिया.. जिसके बाद पिता ने बच्ची को प्रेम प्रकाश आर्य के पास सौंप दिया जोकि विभाग के अपर सचिव रह चूके है.. ऐसे मे बड़े अधिकारी के घर में बाल श्रम की सूचना मिलने पर बाल आयोग ने निरीक्षण किया जहां आयोग की अध्यक्ष ने बच्ची से पूछताछ की है.अभी बच्ची को थाने एफआईआर के लिये ले जाया गया है।
14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से घरों पर काम कराना भी कानूनन अपराध है.बावजूद इसके कई पढे लिखे लोग यहां तक कि सरकारी अधिकारी गरीब बच्चों से अपने घरों पर काम करा रहे हैं.हालांकि उक्त अधिकारी की पत्नी की माने तो वो किशोरी को पढ़ा लिखा रहे है.. साथ ही बच्ची को पालने के लिये उनका परिवार तैयार है.पहले भी इस प्रकार के कई मामले सामने आ चुके हैं, जिन पर मुकदमें तक दर्ज हुए हैं.. बावजूद इसके कुछ अधिकारियों के घरों में छोटे बच्चों से काम कराए जा रहे है.. कानून अपनी तरह से काम करता है लेकिन उन अधिकारी को ये समझना होगा कि बाल श्रम कानून अपराध है.. ऐसी स्थिति में सरकार को इन अधिकारियों के खिलाफ सख्त होनी की आवश्यकता है.
रवीना कुवंर