पहाड कू अस्तित्व व अस्मिता खतरा मा देखा पूरी खबर तब समझ आली बात

                  वकील का घर पर कब्जा ह्वे सकदू त आम आदमी कू क्या होलू ??  जरा सोचा

       पाहाडियों कु अस्तित्व खतरा मा 

  • दीपक कैन्तुरा( सोशल विकास
  • –       तीसरी पीड़ी तें न बोली भाषा, संस्कृति , संस्कारों से दूर
  • –       यु भी नी पता हमारा दादा दादी नाना नानी कुछा इतगा बथेरा ही ना चाचा चाची बड़ा बडियों तक भी नी पछांणदा
  • –       तीसरी पीड़ी तें न अपणा मूल जिला कू पता न गोंउ कू यु भी नी पता की हमारी गोंउ मा कु डोखरा फुंगड़ा च ।
  • –       उत्तराखण्ड तें बदनाम करणे की पुरी कोशिश किये जाणी च ।
  •        हमारी कोरी अकड अर एकता का अभाव मा भैर कु तीसरु व्यक्ति यख कब्जा कने की पुरी कोशिश करणु च
  •        जोगीवाला का बद्रीपुर मा   वकील  का मकान तें फर्जी ( राकेश पाँल ) आईडी बणेक तें कब्जा करणे की पुरी साजिश रच्ये गी । त आम आदमी कू क्या होलू
  •      उत्तराखण्डी चिलाण सी उत्तराखण्ड नी बची सकदू एक होण पडलू ।
  •        आज हम अपणा अन्न त्यागी बिराणु अन्न  खाणा च
  • –       उत्तराखण्ड मा इस्लामिकरण लगातार होणु च।
  • –   केदार घाटी मा 10 साल की बेटी दगड़ी दुष्कर्म की खबर आणी च यदि या बात सैच त  शर्मनाक च देवभूमि क तें ।
  • बल्तकार शब्द गाली माणिये जांदू। पर दुर्भाग्य की आज देव भमि की देवियों की अस्मिता खतरा मा च ।

 

उत्तराखण्ड एक देवभूमि वीर भूमि च पैलि का समै बटि यख का लोगों की पछेयाण एक दयावान, परिश्रमी, इमानदारी का रुप मा रै। जनि बनारस की साड़ीयों तें दुनिया मा प्रसिद्ध च वनि आगरा कु पैठा पुरी दुनिया मा प्रसिद्ध च वनि उत्तराखण्डीयों की पछयाण पुरी दुनिया मा इमानदार मनख्यों का रुप मा पुरी दुनिया मा हाम थे ।  ।पैलि का जमाना हमारा पुर्वज गोंउ मा अपणा म्वर द्वार पर ताला तक नी लगोंदा था । मैगा मैगा भाड़ा बर्तन भी भैर मा निफिकरा छोड़ी देंदा था पर जब सी उत्तराखण्ड राज्य बणि तब सी जादातर यख उतांणदंड होणु च अर बैरी युं शांत डांडी- कांठियों मा बिष घोलणे की पुरी कोशिश किये गी। अर देवभूमि त बदनाम करणे क पुरु चक्रब्यू रच्ये गी अर उत्तराखण्ड की ठंडी- ठंडी डांडी- कांठियों मा सांप्रदायिक आग लगोणे की कोशिश किये गी ये लेख कु मतलब के भी जाती धर्म तें ठेस पोंछण नी पर जु उत्तराखण्डी (पाहड़ी) देव भूमि देव भूमि चिलांदा त देव भूमि की एक हकीकत बथोणे की कोशिश च । किले की पाहड़ी पाहड़ी चिलेक तें पाड़ नी बची सकदू पाड़ बचोणक तें हम तें जमीन पर काम करण होलु। अर एक जूट होण होलू । जब सी उत्तराखण्ड राज्य बणि तब सी यख की राजनिति का चकर मा जातीवाद अर क्षेत्रवाद मां बट्येगी जैकू कारण च की क्वीं और तीसरु आदमी हमारी कमजोरी समझीक क तें भरपूर फैदा उठाणे की कोशिश करणु च ।  कुछ दिन मैना पैलि सतपुली मा गों माता दगड़ी दुष्कर्म करणे किये गी और सतपुली जना शांत जगह पर सांप्रदायिक आग भडकोणे की कोशिश किये गी । वैका बाद कोटद्वार मा साप्रंदायिक हिंसा ह्वे इतगा ही ना हिन्दु कु देश दुनिया कु आस्था कु केन्द्र बदरीनाथ का मंदिर पर भी प्रहार करणे की कोशिश कियेगी। अर पिछला दिनों एक मामला सामणी आई की कानुन का जानकार रुद्रप्रयाग जखोली निवासी दीपक मेंगवाल का घर पर एक फर्जी पहचान पत्र बणेक तें मकान हत्याण कु पुरु प्रयास कियेगी । मकान मालिक कु बिजली कु कनेंकशन काटिक तें अपणा नोंउ कू लगाई । हांलकि पुलिस का हस्तक्षेप का बाद मामला तें संज्ञान मा लेकि पुलिस न कार्यवाही कैरि  । पर एक सोचण वाली बात च की जु दुनिया तें न्याय दिलोंदू तें दगड़ी यनु अन्याय होणु च त आम आदमी कु क्या होलु या एक सोचण वाली बात च । आज हम अपणा नोंनु तें पड़े लिखेक अपणी तीसरी पीड़ी तें डाँक्टर इंजनियर बणाणा च हम ऊंते एक सामाजिक इंसान नी बणाणा च वा ऊंकी गलती नी पर माँ बापों की च जु अपणा नोंनों तें अपणी बोली भाषा, संस्कार, संस्कृति सी दूर रखणा च । आज हमारी स्थिति या च की पड़ोस का घर मा चोरी भी होणी च त हम वैंका बारा मा भी अखबार मा पडणा च पर हमतें ऊंसी क्वे ल्यणु देणु नी भले सोशल मीडिया पर टैम पास करणा होला । जब हम प्रदेश एन त हमुन अपणी रैण बसेरु अर नालियों की जमीन छोडी क तें 100 गज मा मकान बणे अर घर मा ताला कुंडा लगैक अर टाटा बाई बाई करिक एगिन अर जैकु कारण च की आज की तीसरी पीड़ी तें यु भी नी पता हमारा गोंउ कु च हमारा डोखरा फुंगडा कु च यदि यनि हाल रोला त कुछ दिन बाद धीरे धीरे लोग तीसरु आदमी कब्जा कोलु जब हम तें पता नी की यी हमारी डोखरी फोंगड़ी च कनक्वे बोली सकदा की यख कब्जा न कैर । द्वि दिन की चाँदनी का चक्कर मा हम भविष्य तें अधेरु करणा च । यदि सच मा उत्तराखण्ड कू भलु चांदन त अक्कड , जातीवाद, क्षेत्रवाद छोड़िक तें एक होण पड़लू । अर नी चांदन त जनु चनु च चन देया ।         

नोट -ये लेख कू मतलब कैका दिल तें ठेस  पहुंचोण नी बल्कि एक सच्चाई बतौण च। 

 

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