आज भी इस राजधानी की सडकों पर भटकती माताएं-जानिए आखिर कौन हैं ये माताएं-देखिए पूरी खबर लिंक पर क्लिक करके
गाय हमारी माता है पर आज माता लावारिस घुमरही है
गाय हमारी माता है, जन—जन घर पूजी जाती हैं। लेकिन अगर वही गाय लावारिश हाल मे सड़को पे दिखे तो वो एक दुखनीय स्थिती होगी। गाय हमारी मां सम्मान होती है लेकिन उत्तराखण्ड की सड़को मे गों वंश को बेसहारा छोड़ा जा रहा है.. जिससे देहरादून की सड़को मे अव्यवस्था बनी हुई है साथ ही आम जनता भी इससे काफी परेशान हो रखी है…।
उत्तराखण्ड सरकार ने गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिया गया है लेकिन वही गाय देहरादून की हर सड़को मे बेसहारा घूम रही है। इन तस्वीरों से साफ नजर आ रहा है कि कितनी असहाय है हमारी गायें… यह कोई आम रास्ता नही है यह राजपुर रोड है जो देहरादून का मुख्य रास्ता माना जाता है। जहां गाये लावारिश छोड़ी गयी है। इन गायों का ना कोई पता है और ना कोई ठिकाना… सड़को मे भी गाय के कारण हर जगह जाम बना हुआ है।ऐसे में स्थानीय लोगो की माने तो गाय के लिए प्रयाप्त जगह ना होने के कारण गायों को इस तरह छोडा हुआ है। जिसके ना जाने कितने हादसे इन रास्तो मे होते है।
देहरादून के हर सड़को मे गाय लावारिस घुम रही है। कुछ गायें ऐसी भी है जो चोटिल रूप से सड़को मे भटक रही है। जहां देश मे गायों को राष्ट्र माता का दर्जा देने की मांग की गयी है तो वही स्थिती ऐसी है कि लोग गायों को इसलिए छोड़ देती है क्योंकि वह दूधारू नही होती। वही पशुपालन प्रभारी की माने तो नगर निगम के कांजी हाउस मे पर्याप्त जगह ना होने के कारण वहां गायो को रखा नही जाता है साथ ही हमारे जिले मे गौ सदन के लिए एक उचित ढ़ाचा भी नही बनाया गया है।
ऐसे मे मेयर की माने तो पुशुओ के लिए नगर निगम लगातर काम कर रहा है। साथ ही कांजी हाउस मे जहां 180 पशुओ को रखनी की व्यवस्था हे उसके बावजूद भी 270 से भी ज्यादा पशुओ को कांजी हाउस मे रखा गया है।